अवसंरचना प्रदाता श्रेणी-। (आईपी-।)
अवसंरचना प्रदाता-। बनने के लिए आवेदक कंपनी के लिए यह आवश्यक है कि वह केवल एक पंजीकृत कंपनी हो। आईपी-। के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया जाता है। आईपी-। के रूप में पंजीकृत कंपनियाँ डार्क फाइबर, राइट ऑफ वे, डक्ट स्पेस और टावर जेसी परिसंपत्तियाँ उपलब्ध करा सकती हैं। इसे 13.08.2000 से निजी क्षेत्र के लिए खोला गया। सभी भारतीय पंजीकृत कंपनियाँ इसके लिए आवेदन करने के पात्र हैं। इसमें विदेशी इक्विटी और प्रवेश करने वाली कंपनियों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसके लिए कोई प्रवेश शुल्क और बैंक गारंटी नहीं ली जाती। आवेदक कंपनी के लिए आवेदन के साथ प्रक्रमण शुल्क के रूप में 5000 रु0 का भुगतान करना अपेक्षित है।
अवसंरचना प्रदाता श्रेणी-॥ (आईपी-॥)
आईपी-॥ लाइसेंसधारक कंपनियाँ संदेश का वहन करने में सक्षम एक छोर से दूसरे छोर तक बैंडविड््थ अर्थात डिजिटल ट्रांसमिशन क्षमता को लीजकिराये पर देबेच सकती है। इसे 13.08.2000 से निजी क्षेत्र के लिए खोला गया। सभी भारतीय पंजीकृत कंपनियाँ इसके लिए आवेदन करने के पात्र हैं। तथापि, आवेदक कंपनी की विदेशी इक्विटी 74% से अधिक नहीं होनी चाहिए। आवेदक कंपनी के लिए आवेदन के साथ 10,000 रु0 प्रक्रमण शुलक के रूप में जमा करना अपेक्षित है। आईपी-॥ के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं रखा गया है। तथापि, लाइसेंस करार पर हस्ताक्षर से पूर्व 1000 मिलियन रुपए की निष्पादन बैंक गांरटी जमा करने की आवश्यकता है। इसमें प्रवेशकर्ताओं की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं लगया गया है। लाइसेंस की वैद्यता अवधि लाइसेंस करार करने की तारीख से 20 वर्ष तक है। (आईपी-॥ लाइसेंस जारी करना 14.12.2005 से रोक दिया गया है)