मशीन से मशीन संचार को अक्स र एम2एम/आईओटी के नाम से भी जाना जाता है और यह इंटरनेट पर अधिक और अधिक उपकरणों को जोड़ते हुए इंटरनेट क्रांति की अगली पीढ़ी बनने वाला है। मशीन से मशीन (एम2एम) संचार का आशय एक ऐसे ऑटोमेटिड अनुप्रयोग से है जिसमें बिना किसी मानव हस्तंक्षेप के नेटवर्क के माध्यमम से मशीनें और उपकरण संचार करते हैं। एम2एम उपकरणों में सैंसर्स और संचार मॉड्यूल्सम शामिल होते हैं जिनसे तार और बेतार संचार नेटवर्कों के माध्येम से डाटा को एक उपकरण से दूसरे उपकरण में प्रेषित करने में मदद मिलती है।
कभी पहले कल्पाना भी न किए गए तरीके से, अंतिम उपकरणों को ऑटोमेशन और इंटेलीजेंस प्रदान करके, एम2एम से यह उम्मी्द है कि वह विभिन्नत क्षेत्रों, व्योवसायों और सेवाओं के कार्यनिष्पानदन में क्रांति ला देगा। इसका उपयोग फैक्ट्री परिसर में रोबोट्स एवं कन्वेनयर बैल्टोंो, ट्रैक्टररों और फार्म में सिंचाई उपकरणों, भारी उपकरण से लेकर हैंड ड्रिल्सम, जैट इंजनों से लेकर बसों के बेड़ो; घरेलू उपकरणों से लेकर स्वामस्य्पक निगरानी संबंधी उपकरणों; स्मािर्ट ग्रिड से स्मामर्ट वाटर; प्रत्येनक प्रकार के उपकरणों में, कहीं भी किया जा सकता है। यह नागरिकों को और अधिक कुशल और प्रभावशाली सेवाएं प्रदान करके ठोस, वास्त्विक सामाजिक एवं आर्थिक लाभों को सामने ला सकता है।
नेटवर्क एवं प्रौद्योगिकी (एनटी) प्रकोष्ठक का सरोकार एम2एम संचार से संबंधित सभी नीतियों और विनियामक पहलूओं से है। इस संबंध में पहले ही एक राष्ट्री य दूरसंचार एम2एम रोड मैप मई 2015 में जारी किया गया था। एम2एम रोड मैप के जारी होने के बाद से, एनटी प्रकोष्ठर सिम वाले एम2एम उपकरणों के लिए केवाईसी मानदण्ड बनाने, एम2एम के लिए नम्बिर व्य्वस्था करने,एमएसपी (एम2एम सेवा प्रदाता) और एम2एम पायलेटों के पंजीकरण जैसे कार्यों में आबन्ध है। इसके अतिरिक्त , एम2एम संचार के संबंध में ट्राई से रोमिंग मुद्दों, स्पेपक्ट्रंम की आवश्यरकता और सेवा की गुणवत्ता (क्यूओएस) के बारे में सिफ़ारिशें मॉंगी गई हैं।
रोडमैप
- राष्ट्री य दूरसंचार एम2एम रोडमैप।
- प्रेस विज्ञप्तिी - एम2एम प्रौद्योगिकी में अगुवाई करना।
एम2एम के लिए दूरसंचार विभाग की समितियॉं:
- एम2एम ऐपैक्सा निकाय
- एम2एम समीक्षा समिति
- एम2एम सलाहकार समिति