इलेक्ट्रिकल विंग

  • संचार मंत्रालय के अंतर्गत दूरसंचार विभाग का इलेक्‍ट्रिकल विंग वर्तमान में निम्‍नलिखित कार्य करता है/अथवा निम्‍नलिखित पर मुख्‍य ध्‍यान देता है:

    • दूरसंचार विभाग की नई और वर्तमान इमारतों में इलेक्‍ट्रो मैकेनिकल परियोजनाओं का नियोजन एवं निगरानी।

    • एस्‍टिमेट की तकनीकी जांच और बाह्य एजेंसियों द्वारा दूरसंचार विभाग की इमारतों में बिजली के सामानों से जुड़े कार्यों की प्रगति की निगरानी।

    • दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत दूरसंचार विभाग, डाक विभाग, बीएसएनएल, एमटीएनएल, सी-डॉट और आईटीआई के इलेक्‍ट्रो-मैकेनिकल इंस्‍टॉलेशन की इलेक्‍ट्रिक जांच करना।

    • ऊर्जा संरक्षण एवं ऊर्जा कुशलता को बढ़ावा देना।

    • नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग के प्रचलनात्‍मक एवं निगरानी से जुड़े पहलू और दूरसंचार नेटवर्क में कार्बन फुटप्रिंट में कटौती करना।

    • दूरसंचार क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए कार्यान्‍वयन, वित्‍तपोषण और विनियमन के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के साथ समन्‍वय करना।

    • गैर विद्युतीकृत (नॉन-इलेक्‍ट्रिफाइड) दूरसंचार टॉवर के विद्युतीकरण के लिए विद्युत मंत्रालय, नीति आयोग, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरइसी) और दूरसंचार उद्योग के साथ समन्‍वय करना।

    • पी एंड टी बिल्‍डिंग वर्क्‍स सर्विस के इलेक्‍ट्रिकल विंग के समूह ‘क’ अधिकारियों से संबंधित कर्मचारियों और स्‍थापना से जुड़े मामले।

     

    इलेक्‍ट्रिकल विंग के कार्यों के विषय में अधिक जानकारी:

    • नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी

    • इलेक्‍ट्रिकल जांच

    • ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशलता