http://www.dot.gov.in/circulars/e-mail-policy-government-india-creation-official-email-id

on 12.11.2016

Sir,

मेरा नाम Prabhaass है, में engineering का studend हूँ। civil final year.

Sir, यूपी में सरकारी स्कूल्स में teachers बिल्कुब भी बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं।

पढाएं तो तब जब उनको कुछ आता हो।

क्या ये आपका काम नहीं की समय समय पर इन सरकारी शिक्षकों का tast लिया जाये।

अगर मुझे full power दी जाये तो में 10 दिन में ही यूपी की शिक्षा को पूरी तरह सुधार सकता हूँ।

ये बहुत आसान तो नहीं है पर ऐसा हो सकता है।

govt. का कितना सारा पैसा ऐसे हरामखोर टीचर्स के accountt में हर महीने पहुँच जाता है।

एक औसत लिया जाये तो एक primary govt. school में 50 से ज्यादा बच्चे कभी नहीं पड़ते होंगे।

जबकि एक स्कूल में 5-6 teachers तो पक्का होते ही हैं, जिनकी एक महीने की सैलरी 2.5 laks

करीब 2.5 लाख ₹ हर महीने एक स्कूल के नाम चला जाता है।

जो 2.5 लाख₹ इन गरीब 50 बच्चों को किसी अच्छे से privett school में पढ़ाने के लिये बहुत बहुत बहुत होगा।

आखिर सरकार कब जागेगी।

इब तक गरीब यूँ 70 साल पुराने संविधान के नियमों पर चलते रहेंगे।

7080454808