
श्री रवि शंकर प्रसाद
संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री
भारत सरकार
प्रथम तल, संचार भवन, अशोक रोड, नई दिल्ली, 110001
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ट्विटर : @ rsprasad
श्री रवि शंकर प्रसाद भारत सरकार में संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय के कैबिनेट मंत्री हैं। आप एक प्रख्यात वकील हैं और भारत के उच्चतम न्यायालय में एक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। आप वर्ष 2000 से संसद सदस्य हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार में वरिष्ठ मंत्री के रूप में आपने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम का नेतृत्व किया। आपके प्रयासों से भारत के दूरसंचार क्षेत्र का पुनरूद्धार हुआ है, जिसमें पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक निवेश हुआ है। भारत के सबसे बड़े टेलीकॉम पीएसयू, बीएसएनएल, में आपके नेतृत्व में एक बड़ा बदलाव देखा गया। आप भारत को एक वैश्विक इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण केंद्र (हब) के रूप में विकसित करने के कार्य का नेतृत्व भी कर रहे हैं। आपके नेतृत्व में भारतीय डाक ई-कार्मस लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं के साथ वित्तीय समावेशन के माध्यम के रूप में भी उभर कर आया है। विधि एवं न्याय मंत्री के रूप में आप न्यायपालिका में होने वाले सुधारों का नेतृत्व कर रहे हैं। आपने उच्च न्यायपालिका में नियुक्तियों में सुधार की बात कही, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग का अधिनियमन हुआ, जो पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से लंबित था।
वैश्विक इंटरनेट गर्वनेंस में भारत के रूख का नेतृत्व करते हुए आपने इंटरनेट गर्वनेंस को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने के लिए बहु हितधारक दृष्टिकोण की वकालत की है। आप, फ्री एंड ओपन इंटरनेट जो सभी को आसानी से उपलब्ध्ा हो जैसे मुद्दे का समर्थन कर रहे हैं+। वर्ष 2015 में दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी से अब तक का सबसे अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। यह नीलामी में आपके द्वारा अपनाई गई पारदर्शिता और निष्पक्षता के कारण संभव हुआ था। वर्ष 2018 में अराजनैतिक-ब्रिटेन आधारित एक गैर-सरकारी संगठन ने आपको डिजिटल गवर्नेस में 20 सबसे अधिक प्रभावशाली नेताओं में चुना।
आपने वर्ष 2001 से 2004 के बीच प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मंत्री के रूप में कार्य किया। सितंबर 2001 में आपको कोयला एवं खान राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था और घाटे में चल रहे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड की कायापलट करने के लिए आपकी प्रशंसा हुई। विधि एवं न्याय राज्य मंत्री के रूप में आपने भारत की चुनाव प्रणाली में सुधार करने और राजनीति में अधिक पारदर्शिता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जनवरी 2003 में, आपको केंद्रीय मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप पदोन्नत किया गया था। इस पद पर रहते हुए आपने भारत में डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) सेवाओं की शुरूआत की, एफ एम रेडियो की सेवाओं को उदार बनाया और भारतीय सिनेमा को उद्योग का दर्जा दिया। आपने भारतीय सिनेमा और इस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के संवर्धन के लिए प्रमुख उपाय किए थे।
आपको विद्यार्थी जीवन से ही इस देश के राजनीतिक आंदोलन का व्यापक अनुभव रहा है। अपने विद्यार्थी जीवन के दौरान से ही आप नागरिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों के मुद्दों का समर्थन करने के लिए जाने जाते हैं। आप प्रख्यात लोकप्रिय नेता श्री जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में प्रसिद्ध जे पी आंदोलन में अग्रणी नेताओं में शामिल थे। इस आंदोलन के दौरान आपने वर्ष 1975 के राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान प्रेस की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की आजादी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की बहाली के लिए जोरदार अभियान चलाया, जो आपको भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में सबसे आगे ले आया। आप सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और वर्ष 1995 से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। आप पार्टी के प्रवक्ता, मुख्य प्रवक्ता, महासचिव और मीडिया प्रमुख रहे हैं। आप भारत के कई प्रमुख राज्यों में पार्टी के प्रभारी भी रह चुके हैं। एक वकील के रूप में भी आपने सरकारी जबावदेही लागू करने वाले राजनीतिक सुधारों और नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मामलों में सक्रिय भूमिका निभाई है।